Eighth House in Astrology
कारक | |
शनि | दीर्घायु |
लक्षण | |
स्थूल | मृत्यु |
सूक्ष्म | क्रोध/कोप |
रिश्तों का सूचक-
दत्तक/गोद ली हुई संतान।
शरीर के अंग-
बीज संबंधी पुटिका, बाह्य जननांग, माध्यमिक यौन विशेषताएं।
द्रक्कन कुण्डली के अनुसार-
(अ) बायां जबड़ा,
(ब) बायां फेफड़ा,
(स) बाईं पिण्डली ।आयुषभाव, मंगलभाव।
आचार्य अनुपम जौली से सलाह लें
8th House in Astrology
तनभावका प्रतीक –
दीर्घायु, पति के रिश्तेदार, मृत्यु व इसके कारण, ऋण से धन की हानि, ऋण, हानि, गहरी मानसिक चिन्ता, दुख, अवसाद, अपमान, विलम्ब, अवनति, निराशा, रहस्य का भाव, छुपा हुआ धन, रहस्यवाद, रूकावटें, अज्ञात मामले, गूढ़ विज्ञान, पराजय, भय, भटकना/आवारागर्दी, दुर्घटनाएं, पाप, दुष्टता, सांझेदार और भाई को परेशानी, जीवित प्राणी की हत्या, उपहार, कैरियर/आजीविका, बाधाएं, विदेश यात्राएं, यात्राएं, सरकार द्वारा दण्ड, वसीयत, मूत्र संबंधी परेशानी, मांगल्य (महिलाओं के लिए)।