शिक्षा में लाभ हेतु यंत्र- बृहस्पति यंत्र एवं सरस्वती यंत्र का दर्शन पूजन करें।
शिक्षा में लाभ हेतु मंत्र- सरस्वती मन्त्र – ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः या ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः। मंत्र का जाप 1 माला नित्य स्फटिक माला पर करें।
परीक्षा के भय से मुक्ति हेतु : ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वीणा पुस्तक धारिणीम् मम् भय निवारय निवारय अभयम् देहि देहि स्वाहा।
रत्न- बुध रत्न एवं गुरू रत्न धारण करने से ज्ञान प्राप्ति सहज होती है।
रूद्राक्ष- चार मुखी रूद्राक्ष, गणेश रूद्राक्ष धारण करें।
व्रत- बुधवार व्रत का पालन करने अथवा चतुर्थी व्रत का पालन करने से बौद्धिक योग्यता का विकास होता है।
दर्शन- देवी सरस्वती एवं श्री गणेश के नित्य दर्शन करें।
विसर्जन- स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए बुधवार के दिन तांबे का पात्र बहते जल में प्रवाहित करें।
स्तोत्र- सदस्वती स्त्रोत का पाठ करें।
टोटके– चांदी का चौकोर टुकड़ा हमेशा अपने पास रखे।
बुधवार को लाल कपडे की थैली में सौफ भरकर तकिए के नीचे रखें।
रविवार को तांबे का सिक्का सफेद या लाल धागे में गले में धारण करें।
अच्छे सकारात्मक परिणाम के लिए सूर्यास्त के बाद रात्रि में दूध न ले ।
दिन में दूध-दही पनीर ले सकते है दही व पनीर रात्रि को भी ले सकते है परन्तु दूध नहीं।
धार्मिक स्थल पर शैक्षिक वस्तुओं का दान करें।
विशेष- हवन यज्ञ- मां सरस्वती की पूजा, मंत्र जाप व हवन/यज्ञ करें।